यूरोप के देश फ्रांस की एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को 5 साल की सजा सुनाई है. कोर्ट के इस फैसले से फ्रांस की राजनीति में हड़कंप मच गया है, क्योंकि निकोलस सरकोजी फ्रांस के राष्ट्रपति पद पर बैठे पहले शख्स हैं, जो जिन्हें जेल की सजा सुनाई गई है. जिसकी शुरुआत आज मंगलवार (21 अक्टूबर, 2025) से ही हो सकती है.
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को राजधानी पेरिस स्थित ला सैंटे जेल की खास सेक्शन में रखा जाएगा, जिसे साधारण भाषा में जेल का वीआईपी सेक्शन कहा जाता है, जहां वे अपने अपराध के लिए पांच साल की सजा काटेंगे.
किस आरोप में पूर्व राष्ट्रपति को मिली सजा
दरअसल, पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति सरकोजी को साल 2007 के एक मामले में दोषी पाया गया है, जिसमें उन पर अपने चुनाव प्रचार अभियान को लीबिया से मिले धन से फंडिंग करने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगा था. हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति सरकोजी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को झूठा करार देते हुए खुद को निर्दोष बताया है.
पेरिस कोर्ट के न्यायाधीश ने इस मामल में एक अभूतपूर्व फैसला सुनाते हुए कहा था कि सरकोजी अपनी अपील की सुनवाई का इंतजार किए बिना ही जेल में सजा काटना शुरू कर देंगे. कोर्ट के आदेश के बाद निकोलस ने अपनी अपील लंबित रहने तक जेल में सजा काटने के फैसले का पुरजोर विरोध किया. उन्होंने ला ट्रिब्यून डिमांचे अखबार से कहा कि मुझे जेल जाने से डर नहीं लगता. मैं अपना सिर ऊंचा रखूंगा, ला सैंटे के दरवाजे के सामने भी. मैं आखिर तक अपनी लड़ाई लड़ता रहूंगा.
जेल की स्पेशल सेल में रहेंगे पूर्व राष्ट्रपति सरकोजी
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को ला सैंटे जेल की स्पेशल वीआईपी सेक्शन के जेल में रखा जाएगा. दरअसल, जेल में सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए उन्हें अन्य सभी कैदियों से अलग रखने का आदेश दिया गया है. ऐसे में निकोलस सरकोज जेल के उस सेक्शन में रखे जा सकते हैं, जहां 19वीं सदी के बाद से कुछ सबसे हाई-प्रोफाइल कैदियों को रखा गया है.





