क्रिकेट को भले ही तकनीक, फिटनेस और रणनीति का खेल माना जाता हो, लेकिन किस्मत इसमें भी अपना असर दिखाती है. दुनियाभर के कई मशहूर क्रिकेटर मानते हैं कि कुछ चीजे या आदतें उन्हें मैदान पर भाग्यशाली बनाती हैं. भारत के कई दिग्गज खिलाड़ियों के पास भी अपने-अपने ‘लकी टोटके’ हैं, जिन पर वे आंख बंदकर के भरोसा करते हैं.
विराट कोहली
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने कई बार स्वीकार किया है कि वो लकी टोटको को मानते हैं. कोहली का मानना है कि उनका ‘कड़ा’ (लोहे का ब्रेसलेट) उनके लिए शुभ है. वे कभी भी बिना कड़े के मैदान पर नहीं उतरते. यह उनके आत्मविश्वास का हिस्सा बन चुका है.
अनिल कुंबले
भारत के महान स्पिनर अनिल कुंबले ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया था. उन्होंने एक पारी में सभी 10 विकेट झटके थे. उस मैच में एक दिलचस्प बात यह थी कि कुंबले हर बार जब सचिन तेंदुलकर को अपनी टोपी और स्वेटर सौंपते, तो अगली गेंद पर उन्हें विकेट मिल जाता था. यही वजह थी कि वे मैच के दौरान यह रिवाज नहीं तोड़ते थे.
सचिन तेंदुलकर
‘मास्टर ब्लास्टर’ सचिन तेंदुलकर जितने भरोसेमंद खिलाड़ी थे, उतने ही किस्मत पर विश्वास करने वाले भी थे. वे हर बार बैटिंग से पहले अपना बायां पैड पहले पहनते थे. इतना ही नही, उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप से पहले अपने ‘लकी बैट’ की मरम्मत भी करवाई थी और भारत ने वही वर्ल्ड कप जीता. यही नहीं वे मानते थे कि बायां पैड पहले पहनना उनके लिए शुभ है, इसलिए वे हमेशा सबसे पहले अपना लेफ्ट पैड ही पहनते थे.
आर. अश्विन
टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का एक अनोखा टोटका था. 2011 वर्ल्ड कप के दौरान वे हर मैच में एक खास बैग साथ रखते थे, चाहे वह प्लेइंग इलेवन में हों या नहीं. उनका मानना था कि वह बैग पूरे टीम के लिए शुभ है, और नतीजा सबके सामने है, भारत ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता.
एम.एस. धोनी
टीम इंडिया को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के लिए उनका ‘लकी नंबर 7’ खास मायने रखता है. 7 जुलाई को जन्मे धोनी ने अपने करियर भर जर्सी नंबर 7 पहनी. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने स्पोर्ट्स ब्रांड का नाम भी ‘Seven’ रखा हुआ है.






