29 सितंबर की रात इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से व्हाइट हाउस में मुलाकात की. दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गाज़ा में सीजाफायर लागू करने का ऐलान किया. यानी अब गाज़ा में सीजफायर हो जाएगा. इसके लिए ट्रम्प ने 20 पॉइंट का एक प्लान तैयार किया है.
तो आइए ABP एक्सप्लेनर में समझते हैं कि ट्रम्प का नया प्लान क्या है, कैसे होगा सीजफायर और गाज़ा पर कौन करेगा कब्जा…
सवाल 1- डोनाल्ड ट्रम्प का गाज़ा में सीजफायर का नया प्लान क्या है?
जवाब- ट्रम्प के नए प्लान में युद्ध रोकना, सभी बंधकों को छोड़ना और गाजा में प्रशासन चलाने के लिए एक अस्थायी बोर्ड बनाना शामिल है. इसमें…
1. इजराइल और हमास के बीच सहमति बनने पर गाज़ा में तुरंत युद्ध खत्म होगा.
2. इजराइल सहमति से अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे गाज़ा से निकालेगा.
3. हमास 72 घंटे में सभी इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें जिंदा और मृत दोनों होंगे.
4. युद्ध खत्म होने पर इजराइल, गाज़ा में उम्रकैद की सजा काट रहे 250 लोगों और अन्य 1700 कैदियों को छोड़ देगा.
5. इजराइल हर मृत इजराइली कैदी के बदले 15 मृत फिलिस्तीनी कैदियों के शव लौटाएगा.
6. गाज़ा को आंतक मुक्त बनाने के लिए हमास के सारे ठिकाने और हथियार हटाए जाएंगे.
7. हमास और अन्य लड़ाके गाज़ा की सरकार में हिस्सा नहीं लेंगे.
8. गाज़ा के लिए एक अस्थायी तकनीकी समिति यानी ‘बोर्ड ऑफ पीस’ बनाई जाएगी, जिसमें योग्य लोग होंगे.
9. ट्रम्प खुद इस बोर्ड की अध्यक्षता करेंगे। इसमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर और अन्य देशो के नेता भी शामिल होंगे.
10. यह बोर्ड गाज़ा के विकास और सुधार की योजना बनाएगा और खर्च उठाएगा.
11. गाज़ा को तुरंत पर्याप्त मदद दी जाएगी.
12. गाज़ा में खास व्यापारिक क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे रोज़गार बढ़ेगा.
13. किसी गाज़ावासी को गाज़ा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
14. एक अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बल गाज़ा में सुरक्षा बनाए रखेगा.
15. सुरक्षा बल गाज़ा पुलिस को ट्रेनिंग देंगे और मदद करेंगे.
16. इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मज़बूत होगी.
17. युद्ध खत्म होने तक हवाई हमले और गोलीबारी रोकी जाएगी.
18. अंतर्राष्ट्रीय संगठन गाज़ा में मदद और सुरक्षा की निगरानी करेंगे.
19. इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति के लिए बातचीत शुरू होगी.
20. इस योजना का मकसद गाज़ा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन लाना है.
सवाल 2- यह प्लान कब से लागू होगा और फिर गाज़ा पर किसका कब्जा होगा?
जवाब- इजराइल और हमास के एग्रीमेंट के बाद यह प्लान तुरंत लागू हो जाएगा. लेकिन फिलहाल कोई फिक्स्ड डेट नहीं है. यह एग्रीमेंट पर डिपेंड करेगा कि जंग कब रुकेगी. जंग रुकते ही इजराइल डिफेंस फोर्सेस यानी IDF एक तय लाइन पर पीछे हटेगी और मिलिट्री ऑपरेशन्स सस्पेंड हो जाएंगे.
ट्रम्प के प्लान के मुाबिक एक गैर-राजनीतिक फिलिस्तीनी कमेटी गाज़ा पर अस्थायी रूप से शासन करेगी. इसकी देखरेख ‘बोर्ड ऑफ पीस’ के जिम्मे होगी, जिसका नेतृत्व खुद ट्रम्प करेंगे. इस योजना में साफ कहा गया है कि शासन में हमास की किसी भी रूप में कोई भूमिक नहीं होगी, ‘न सीधे और न ही अप्रत्यक्ष रूप से.’
इस प्लान में यह भी कहा गया है कि इजराइल गाज़ा पर न तो कब्ज़ा करेगा और न ही उसे अपने देश में मिलाएगा. इजराइली सेना स्टेप बाय स्टेप पीछे हट जाएंगी. इस योजना में एक फिलीस्तीनी राष्ट्र की संभावना के लिए दरवाज़ा भी खुला छोड़ा गया है.
सवाल 3- ट्रम्प के प्रस्ताव पर इस्लामिक देशों और भारत ने क्या कहा?
जवाब- इस शांति प्रस्ताव का कतर, जॉर्डन, UAE, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और मिस्र के विदेश मंत्रियों ने स्वागत किया. उन्होंने ट्रम्प की नेतृत्व क्षमता और गाज़ा युद्ध खत्म करने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की.
ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस प्लान के बनने के दौरान पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर उनके साथ संपर्क में थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रम्प के सीजफायर प्लान का स्वागत किया. मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘यह प्लान फिलिस्तीनी और इजराइली लोगों के साथ ही पूरे पश्चिम एशियाई इलाके लिए के लिए शांति, सुरक्षा और विकास के रास्ते खोल देगा.’
सवाल 4- क्या ट्रम्प का नया प्लान कामयाब हो पाएगा या नहीं?
जवाब- विदेश मामलों के जानकार और JNU के रिटायर्ड प्रोफेसर ए. के. पाशा कहते हैं, ‘इस बार ट्रम्प के प्लान में गाज़ा की तबाही नहीं है, बल्कि गाज़ा को बसाने का प्लान है. इसमें कई देश मिलकर साथ आएंगे और बोर्ड का हिस्सा बनेंगे। लेकिन इसमें हमास के किसी भी नेता को शामिल नहीं किया जाएगा और न ही इसमें यूनाइटेड नेशन्स होगा, जिससे फिलिस्तीनियों को इस बोर्ड पर भरोसा कम हो सकता है.’
ए. के. पाशा आगे कहते हैं, ‘ट्रम्प के प्लान में दुश्वारी है कि नेतन्याहू कभी अपनी बात पर नहीं टिकते. वे कभी भी सीजफायर तोड़ देते हैं और हमले शुरू कर देते हैं. गाज़ा पर कब्जा करना नेतन्याहू के ग्रेटर इजराइल का हिस्सा है. नेतन्याहू के मंत्री हमले का कहते हैं तो वे हमला कर भी देते हैं. इसलिए ट्रम्प का कमजोर पड़ सकता है. बहरहाल ट्रम्प का प्लान कामयाब हो सकता है क्योंकि अब गाज़ा में तबाही बहुत हो चुकी है.’
सवाल 5- गाज़ा में मौजूदा स्थिति क्या है, वहां क्या हो रहा है?
जवाब- इजराइल और हमास के बीच जंग शुरू होने से पहले गाजा में 21 लाख फिलिस्तीनी लोग रहते थे. इनमें से करीब 80% लोग विस्थापित हो चुके हैं.
ब्रिटिश रेडक्रॉस के मुताबिक, अक्टूबर 2023 में इजराइल और हमास में जंग शुरू होने के बाद से अब तक गाजा में 61 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं और कम से कम 1 लाख 51 हजार लोग घायल हुए हैं.
गाज़ा में 4.7 लाख से ज्यादा लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं, जो कि कुल जनसंख्या का 22% है. यूनाइटेड नेशंस के मुताबिक, अब तक 1300 लोग खाने की तलाश के दौरान हमले या दूसरी वजहों से मारे गए हैं.
गाज़ा शहर और दूसरे आबादी के इलाकों में करीब हर तरह का इन्फ्रास्ट्रक्चर खत्म हो चुका है. ज्यादातर हॉस्पिटल तबाह हो गए.
वहीं गाज़ा में सत्ता पर काबिज हमास का संगठन बेहद कमजोर हो चुका है. इजराइली हमले में इस्माइल हानियेह, याह्या सिनवार, मोहम्मद दिएफ जैसे करीब 10 टॉप हमास लीड़र एक के बाद एक मारे जा चुके हैं. इजराइल ने हमास के करीब 20 हजार लड़ाकों को मार गिराया है.