तेलंगाना: मिर्जागुड़ा में भयानक बस दुर्घटना, एक ही परिवार की तीन बहनों सहित 24 लोगों की मौत

तेलंगाना: मिर्जागुड़ा में भयानक बस दुर्घटना, एक ही परिवार की तीन बहनों सहित 24 लोगों की मौत



तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के मिर्ज़ागुड़ा में सोमवार (03 नवंबर, 2025) की सुबह एक भयानक बस दुर्घटना ने एक पूरे परिवार की दुनिया उजाड़ दी. एक ही परिवार की तीन बहनें, जो अपने भविष्य की ओर अग्रसर हो रही थीं, एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होकर जब हैदराबाद अपनी पढ़ाई के लिए लौट रही थीं, तभी यह हादसा हो गया. इस दर्दनाक हादसे में तीनों बहनों की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे पूरे इलाके में मातम छा गया है.

विकाराबाद जिले के तांडूर के एलिया गुड़ निवासी इन तीनों बहनों की पहचान नंदनी, साई प्रिया और तनुषा के रूप में हुई है. तीनों बहनें हैदराबाद में अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही थीं. नंदनी डिग्री फर्स्ट ईयर की छात्रा थीं, जबकि साई प्रिया डिग्री थर्ड ईयर और तनुषा एमबीए की छात्रा थीं. 

शादी से लौट रही थीं तीनों बहनें

हाल ही में एक रिश्तेदार की शादी समारोह में शामिल होने के लिए ये अपने गांव आई हुई थीं. परिवार के लिए ये खुशियों भरा पल था, लेकिन जब वे सोमवार की सुबह हैदराबाद के लिए रवाना हुईं तो रास्ते में हुए इस भीषण हादसे ने सब कुछ छीन लिया. इस हादसे में इनकी दर्दनाक मौत के साथ ही इस बस दुर्घटना में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 24 हो गई है, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है.

तेलंगाना में हुए इस भीषण हादसे में जीवित बचे लोगों में से एक ने बताया कि बस चालक के पीछे की सीटों पर बैठे अधिकतर यात्रियों की दुर्घटना में मौत हो गई, जबकि कंडक्टर के पीछे वाली सीटों पर बैठे लोग बच गए. जीवित बचे व्यक्ति ने इस भयावह घटना के बारे में बताया कि वह बस में सो रहा था, तभी एक जोरदार धमाके से उसकी आंख खुली और उसने खुद को बजरी में आधा दबा पाया.

एक ही परिवार के तीन लोगों की गई जान

उसने मीडिया से कहा, ‘कई लोग बजरी के नीचे दब गए. ट्रक विपरीत दिशा से आ रहा था. मैं बस के बाईं ओर बैठा था. हम तो किसी तरह बाहर निकल गए, लेकिन बस चालक के पीछे बैठे लोग नहीं निकल पाए और उनमें से कुछ की मौत हो गई. मैं कंडक्टर से तीन पंक्तियां पीछे बैठा था.’

व्यक्ति ने बताया कि वह एक खिड़की खोलकर बाहर आ गया और उसके पीछे छह और लोग भी थे. शेख आमेर के अनुसार, उनके मित्र की पत्नी सालेहा बेगम (19), बेगम के पिता शेख खालिद हुसैन (50) और उनकी 41 दिन की बच्ची जहेरा फातिमा की मौत हो गई. परिवार अपने नवजात शिशु के साथ तंदूर नामक स्थान पर जाने के बाद वहां से वापस आ रहा था. वहां इस परिवार ने अपने रिश्तेदारों के साथ बच्चे के जन्म का जश्न मनाया.

पुलिस और परिवहन विभाग ने दी जानकारी

अधिकारियों ने बस का मलबा हटाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान के दौरान चेवेल्ला के निरीक्षक श्रीधर के पैर पर एक खुदाई मशीन चढ़ जाने से उन्हें मामूली चोटें आईं. परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टिपर की क्षमता 35 टन सामान ढोने की थी. हालांकि वह इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि कहीं उसमें क्षमता से अधिक सामान तो नहीं भरा था.

ये भी पढ़ें:- सैन फ्रांसिस्को से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में आई खराबी, मंगोलिया में हुई लैंड



Source link

Leave a Comment