पाकिस्तान की साइबर अपराध रोधी एजेंसी ने गुरुवार (23 अक्टूबर, 2025) को कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पाकिस्तानी साइबर अपराध रोधी एजेंसी ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप में कट्टरपंथी पार्टी टीएलपी के 100 से ज्यादा सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी पाकिस्तान की एक प्रातींय मंत्री अजमा बुखारी ने दी.
TLP के 107 सोशल मीडिया कार्यकर्ता गिरफ्तार- अजमा बुखारी
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने गुरुवार (23 अक्टूबर, 2025) को इस संबंध में लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजमा बुखारी ने कहा, ‘हमने भड़काऊ पोस्ट करने के मामले में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के 107 सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा, 75 सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी ब्लॉक कर दिया गया है.’
दरअसल, पिछले सप्ताह लाहौर से लगभग 60 किलोमीटर दूर मुरिदके में पुलिस और तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के समर्थकों के बीच झड़पों में करीब 16 लोग मारे गए थे. मरने वालों में पंजाब प्रांत के पुलिसकर्मी भी शामिल थे. इसके अलावा, 1,600 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे.
पंजाब प्रांत की पुलिस ने दी जानकारी
पंजाब प्रांत के पुलिस ने इस संबंध में दावा किया कि पिछले सप्ताह देश की राजधानी इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर बड़ी संख्या में लोग इजरायल विरोधी प्रदर्शन कर रहे थे. जो बाद में हिंसक झड़प में बदल गई. इसे लेकर अब तक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के 6,000 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, सरकार अब तक इस कट्टरपंथी पार्टी की ओर से संचालित 61 मदरसे सील कर चुकी हैं. पंजाब सरकार के औकाफ महकमे को टीएलपी की सभी मस्जिदों और मदरसों का नियंत्रण सौंपा गया है.
TLP ने हिंसक झड़प को लेकर किया दावा
टीएलपी ने दावा किया है कि पुलिस ने निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर सीधे गोली चलाई, जिससे दर्जनों समर्थकों की मौत हुई और हजारों घायल हुए, जो फिलिस्तीन के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करना चाहते थे.
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