अमेरिका और पश्चिमी देशों (यूरोप) के प्रतिबंधों ने ईरान को बुरी तरह जकड़ रखा है. इजरायल के साथ संघर्ष का भी खामियाजा भारत के इस दोस्त देश को भुगतना पड़ रहा है. ऐसे में वहां लगातार महंगाई बढ़ रही है और देश की वित्तीय स्थिति कमजोर होती जा रही है. इसी बीच ईरानी संसद ने एक ऐतिहासिक बिल पास किया है, जिसके बाद अब उनकी करेंसी रियाल से 4 शून्य हट जाएंगे.
इसका मतलब ये है कि 10,000 पुराने रियाल अब 1 नए रियाल के बराबर होंगे. हालांकि ये सिर्फ नंबरों का खेल लगता है, लेकिन इसके पीछे महंगाई, अमेरिकी प्रतिबंध और इकॉनमी की खस्ताहालत की कहानी छुपी है. इन सबके बीच भारतीय रुपया ईरान में काफी मजबूत स्थिति में है. ऐसे में अगर आप ईरान घूमने का प्लान बना रहे हैं तो ये बजट के हिसाब से काफी किफायती रहने वाला है.
एक हजार रुपये देने पर कितने मिलेंगे ईरानी रियाल
ईरान में 1 भारतीय रुपया 473.20 रियाल के बराबर है. यानी अगर आप सिर्फ 100 रुपये भी साथ लेकर जाएं तो वहां के हिसाब से आपके पास करीब 47,319 रियाल होंगे. भारत के 1000 रुपये का मतलब है पूरे 4,73,199 रियाल. ऐसे में भारतीयों के लिए ईरान सस्ते टूर और शॉपिंग के लिए एक शानदार डेस्टिनेशन बन गया है.
करेंसी से 4 जीरो हटाने से क्या बदल जाएगा
ईरान की सरकारी मीडिया IRNA ने बताया कि रियाल वही रहेगा, सिर्फ करेंसी से 4 जीरो हटाए जाएंगे. केंद्रीय बैंक को इसकी तैयारी के लिए 2 साल मिलेंगे. 10,000 का पुराना रियाल अब 1 नया रियाल बन जाएगा. इससे लेन-देन आसान हो जाएगा. ऐसे में बिल जमा करने के दौरान गिनती में जो मुश्किल होती थी, वो दिक्कत अब खत्म हो जाएगी. पहले रोटी खरीदने के लिए जहां 10,000 रियाल देने पड़ते थे, अब एक ही रियाल देना होगा. लाखों की बजाय अब सैंकड़ों की गिनती करनी होगी.
एक रोटी खरीदने के लिए लाखों के नोट गिनने पड़ते थे
दरअसल रियाल 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से ही जूझ रहा है और तो और अब ये कागज से भी सस्ता हो गया है. पहले ईरान में एक रोटी खरीदने के लिए लाखों के नोट गिनने पड़ते थे, हालांकि अब लोगों को इससे निजात मिल जाएगी. ईरान में महंगाई पिछले कई सालों से 35 फीसदी से ऊपर है. कभी यह 40 तो कभी 50 प्रतिशत तक पहुंच जाती है.
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