अगर आप अपने घर में ताज़ा और स्वस्थ खाना पसंद करते हैं, तो किचन गार्डन में चने उगाना आपके लिए एक शानदार विकल्प है. चने सिर्फ स्वाद में ही अच्छे नहीं होते, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी हैं. प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स से भरपूर ये चने बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए फायदेमंद हैं. आइए जानते हैं, कैसे आप आसानी से अपने घर में चने उगा सकते हैं.
चने को अच्छी तरह उगाने के लिए सबसे पहले अपने किचन गार्डन या बालकनी में सूरज की रोशनी आने वाली जगह चुनें. चने को कम से कम 6-7 घंटे प्रतिदिन धूप मिलनी चाहिए. सूरज की रोशनी चनों के पौधों को स्वस्थ और मजबूत बनाती है. चने उगाने से पहले बीजों को 6-8 घंटे पानी में भिगो दें. इससे बीज नरम हो जाते हैं और अंकुरण जल्दी होता है. आप चाहें तो बीजों को हल्का सा गीला कपड़े में लपेटकर भी रख सकते हैं, ताकि अंकुर जल्दी निकल आए.
मिट्टी और बर्तन की तैयारी
किचन गार्डन के लिए आप मिट्टी और खाद का मिश्रण तैयार करें. इसके लिए 2 भाग गमला मिट्टी, 1 भाग कम्पोस्ट और 1 भाग बालू मिलाएं. यह मिश्रण पौधों को जरूरी पोषण देता है. छोटे पौधों के लिए प्लास्टिक या मिट्टी के गमले इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
बीज बोने का तरीका
बीजों को तैयार मिट्टी में लगभग 1-2 इंच गहराई में बोएं. ध्यान रखें कि बीज बहुत पास-पास न हों, ताकि पौधे बढ़ते समय आपस में टकराएं नहीं. बीजों को बोने के बाद हल्का सा पानी छिड़कें और गमले को धूप में रखें.
पानी और देखभाल
चनों के पौधों को नियमित पानी दें, लेकिन मिट्टी को ज्यादा गीला न करें. मिट्टी नम रहनी चाहिए, ज्यादा पानी से पौधे सड़ सकते हैं. यदि आप चाहें तो पौधों की जड़ों के पास हल्का सा जैविक खाद डाल सकते हैं, जिससे पौधों की वृद्धि तेज होती है.
कटाई और उपयोग
चनों के पौधे लगभग 2-3 महीने में तैयार हो जाते हैं. जब चनों के दाने पूरी तरह सूख जाएं, तो आप इन्हें हटा सकते हैं और ताज़ा चने अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं. आप इन चनों को सलाद, सब्जी या स्नैक्स में भी डाल सकते हैं.
किचन गार्डन के फायदे
घर में उगे चने रासायनिक मुक्त और ताजा होते हैं.
बच्चों को प्राकृतिक और पौष्टिक खाना मिलता है.
घर में सब्जियां और दालें उगाने से खर्च भी बचता है.
घर के आसपास की जगह को हराभरा बनाना भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.
ये हैं काम के टिप्स
चनों के पौधे सूरज की रोशनी में रखें.
बीजों को बोने से पहले अच्छे से भिगो लें.
मिट्टी में हल्की खाद डालें और नियमित पानी दें.
पौधों को समय-समय पर छाँटते रहें ताकि पौधे अच्छे से बढ़ें.






