Indian Office Rent Growth 2025: भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और तेज होती विकास गति ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा हैं. इसके साथ ही देशी और विदेशी कंपनियां भी अपना विस्तार भारत में करने का विचार करती रहती हैं. भारत आज दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता वाले देशों में से एक है. बदलते भारत में कॉरपोरेट ऑफिस स्पेस के रेंट में भी तेजी आई है.
आईआईएम बेंगलुरु और सीआरई मैट्रिक्स की ताजा रिपोर्ट कमर्शियल प्रॉपर्टी रेंटल इंडेक्स के अनुसार, ऑफिस स्पेस दिन प्रतिदिन महंगे होते जा रहे हैं. देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो, यहां प्रीमियम ऑफिस किराए में 16.4 प्रतिशत की वार्षिक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. वहीं, इस रेस में मुंबई, गुरुग्राम जैसे शहर भी पीछे कहां रहने वाले है. इन जगहों पर भी ऑफिस का किराया बढ़ता ही जा रहा है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
1. आईआईएम बेंगलुरु और सीआरई मैट्रिक्स की रिपोर्ट कमर्शियल प्रॉपर्टी रेंटल इंडेक्स के जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से जून महीने की तिमाही में देश के टियर-1 शहरों में ऑफिस का किराया 3.8 प्रतिशत बढ़ गया. वहीं मुंबई में यह तेजी 3.6 प्रतिशत रही. गुरुग्राम की बात करें तो, पिछले तिमाही के तुलना में इसमें 3.2 प्रतिशत और पिछले साल के मुकाबले 8.1 प्रतिशत की उछाल देखी गई.
2. नवी मुंबई सालान औसत ग्रोथ के मामले में टॉप पर बनी हुई है. यहां, ऑफिस स्पेस किराया में 9 प्रतिशत की तेजी देखी जा रही है. रिपोर्ट में दिल्ली, मुंबई, पुणे, चेन्नई, नोएडा, नवी मुंबई, ठाणे, गुरुग्राम, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहरों के डेटा का अध्ययन किया गया है. इसके बाद रिपोर्ट तैयार की गई है. भारत के 90 प्रतिशत ऑफिस स्पेस को यहीं 10 शहर मिलकर कवर करते हैं.
ऑफिस स्पेस के साथ-साथ आवासीय घरों की कीमतों में भी पिछले कुछ सालों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. टियर-1 और टियर-2 शहरों में तो घरों की कीमते रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही हैं. ऐसे में आम लोगों के लिए इन शहरों में घर खरीदना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं, बढ़ते रेंट ने भी लोगों को परेशान किया है. लोग अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा रेंट्स के रुप में भुगतान कर रहे हैं.
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