बिहार के बाद अब पूरे देश में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) के पहले चरण का काम मंगलवार (28 अक्टूबर, 2025) से शुरू हो सकता है. चुनाव आयोग (ECI) ने आज सोमवार को एसआईआर के ऐलान के लिए बैठक बुलाई है.
पहले चरण में ये राज्य शामिल
पहले चरण में असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और बंगाल शामिल होंगे. यहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में एसआईआर हो सकता है. चुनाव आयोग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, एसआईआर का काम पहले उन राज्यों में शुरू होगा, जहां 2026 में विधानसभा चुनाव हैं.
कब तक होगा पूरा
मतदाता सूची को दुरुस्त किए जाने का काम आगामी मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा. उसके बाद फिर अगले चरण के एसआईआर का ऐलान होगा. पहाड़ी राज्यों समेत बाकी बचे राज्यों को इसमें शामिल किया जाएगा.
क्या है एसआईआर का मकसद
स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का मकसद मतदाता सूची में सुधार करना और इसमें नए मतदाताओं को जोड़ना है. इसमें नामों की जांच, पुराने मतदाताओं की पुष्टि और आवश्यक संशोधन शामिल किए जाएंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक ये प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी. एसआईआर के तहत मतदाता सूची में त्रुटियों को दूर कर नए मतदाताओं को शामिल किया जाएगा ताकि इलेक्शन में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके.
बंगाल में SIR से पहले हो सकती हैं ये नियुक्तियां
ECI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में वोटर लिस्ट के एसआईआर के दौरान बूथ-लेवल अधिकारियों की मदद के लिए स्वंयसेवकों की नियुक्त कर सकता है. इस काम के लिए स्वंयसेवकों को हर ब्लॉक में सरकारी कर्मचारियों में से चुना जाएगा और यह काम जल्द ही शुरू हो सकता है.
उन्होंने बताया कि ये सहायक बीएलओ को नामांकन फॉर्म भरने में मदद करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि इन स्वंयसेवकों को मुख्य रूप से उन पोलिंग स्टेशनों पर तैनात किया जाएगा जहां 1200 से ज्यादा वोटर हैं.
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