‘मुझे जेडी वेंस में अपने पति की झलक…’, एरिका किर्क ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति को लगाया कसके गले

‘मुझे जेडी वेंस में अपने पति की झलक…’, एरिका किर्क ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति को लगाया कसके गले



अमेरिका में टर्निंग पॉइंट यूएसए के एक कार्यक्रम में दिया गया एक भावनात्मक ट्रिब्यूट अचानक साल की सबसे चर्चित राजनीतिक घटनाओं में से एक में बदल गया. मिसिसिपी यूनिवर्सिटी में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और एरिका किर्क ने एक-दूसरे को गले लगाया. इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो गया और चर्चाओंं का बाजार भी गर्म हो गया.

कार्यक्रम में क्या हुआ था?
29 अक्टूबर को हुए कार्यक्रम में एरिका किर्क ने भावुक स्पीच के साथ वेंस को मंच पर बुलाया. वह दिवंगत कंजर्वेटिव कार्यकर्ता चार्ली किर्क की पत्नी हैं. इसके अलावा एरिका, अब टर्निंग पॉइंट यूएसए की नई सीईओ भी हैं. उन्होंने वेंस को बुलाने के लिए रिक्वेस्ट की और कहा कि उन्हें ऐसा लगा जैसे उनके पति चार्ली किर्क उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हों. वेंस के मंच पर आते ही दोनों ने एक साधारण अभिवादन की जगह, देर तक एक-दूसरे को गले लगाया, जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. तस्वीरों में दिखा कि वेंस ने एरिका को कसकर गले लगाया और एरिका ने उनके सिर के पीछे हल्के से हाथ रखा.

सोशल मीडिया पर बढ़ी अटकलें
कुछ यूजर्स ने इस अभिवादन को ‘बहुत निजी’ बताते हुए इसकी आलोचना की. कई कमेंट्स में सवाल उठे कि क्या किसी शादीशुदा पुरुष को इस तरह गले लगाना उचित था.
X पर #ErikaAndJD हैशटैग ट्रेंड करने लगा. कुछ लोगों ने इसे ‘MAGA सर्किल्स का सबसे बड़ा स्कैंडल’ तक कहा. विवाद इसलिए और बढ़ा क्योंकि झप्पी से पहले एरिका ने कहा था -‘कोई भी मेरे पति की जगह नहीं ले सकता, लेकिन मुझे वाइस प्रेसिडेंट वेंस में मेरे पति की कुछ झलक दिखती है.’ इस स्टेमेंट ने अफवाहों को और हवा दी.

विवाद के बीच मौजूद थीं वेंस की पत्नी भी
दिलचस्प बात यह रही कि कार्यक्रम में जेडी वेंस की पत्नी उषा चिलुकुरी वेंस भी मौजूद थीं. बाद में अपने भाषण में वेंस ने अपनी अंतर्धार्मिक शादी और अपनी धार्मिक मान्यताओं पर बात की. इसके बावजूद, वेंस और एरिका में से किसी ने भी वायरल झप्पी को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

ट्रिब्यूट से विवाद तक- कैसे बदला पूरा माहौल
यह कार्यक्रम मूल रूप से चार्ली किर्क की याद में आयोजित किया गया था, जिनकी इसी साल हत्या कर दी गई थी. एरिका का भावनात्मक संबोधन शुरू में एक संवेदनशील श्रद्धांजलि की तरह देखा गया, लेकिन चंद घंटों में ही सोशल मीडिया ने इसका पूरा अर्थ बदल दिया. कई उपयोगकर्ताओं ने मजाक में राजनीतिक थ्योरी गढ़नी शुरू कर दीं, जबकि कुछ ने एरिका पर ‘बहुत जल्दी आगे बढ़ने’ का आरोप लगाया. वहीं कुछ लोगों ने इसे सिर्फ एक मानवीय संवेदना बताया.





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