I Love Muhammad से लेकर भारत-पाकिस्तान मैच तक, हर विवादित मुद्दे पर खुलकर बोले आचार्य सुधांशु म

I Love Muhammad से लेकर भारत-पाकिस्तान मैच तक, हर विवादित मुद्दे पर खुलकर बोले आचार्य सुधांशु म



विश्व जागृति मिशन के संस्थापक आचार्य सुधांशु जी महाराज ने गुरुवार (02 अक्टूबर, 2025) को एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान देश में चल रहे अलग-अलग मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. बातचीत के दौरान उन्होंने ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद को लेकर कहा कि हमें सबसे पहले एक ही बात करनी चाहिए और वह है मानवता की बात.

आचार्य ने कहा, ‘सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करनी चाहिए, संसार में शांति की बात करनी चाहिए. किसी एक नारे को लेकर विघटन खड़ा करना, उपद्रव या कलह फैलाना उचित नहीं है. हमें मिलकर एक होना चाहिए और प्रेम के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए. किसी भी देश का विकास तभी होगा, जब वहां शांति होगी.’

बाबा चैतन्य और स्वामी अनिरुद्धाचार्य को लेकर प्रतिक्रिया

बाबा चैतन्य को लेकर सुधांशु जी महाराज ने कहा, ‘यह दुखद है और हम ऐसे लोगों की घोर निंदा करते हैं. जब-जब ऐसी स्थिति आती है, तब यही कहा जा सकता है कि जैसे प्रसाद में कभी-कभी कंकड़ आ जाता है. भारत गुरुओं का देश है, यहां के सच्चे गुरु हमेशा देश का मान बढ़ाते रहे हैं. जो सूचनाएं सामने आ रही हैं, वह दुखद हैं.

वहीं स्वामी अनिरुद्धाचार्य की महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी को लेकर आचार्य ने कहा, ‘किसी भी समाज के उत्थान को देखना हो तो उसकी महिलाओं की स्थिति देखनी चाहिए, उनकी शिक्षा, उनका व्यवहार और उनकी शालीनता देखनी चाहिए. महिला का सम्मान किया जाना चाहिए, क्योंकि ‘महिला’ शब्द का अर्थ ही पूजनीय है. किसने क्या कहा, इसमें रुचि न लेते हुए बस इतना कहना चाहूंगा कि महिला को सदैव आदर मिलना चाहिए.

भारत-नेपाल सीमा पर मची हलचल को लेकर बोले आचार्य

नेपाल में Gen-Z प्रोटेस्ट और भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ी हलचल को लेकर सुधांशु जी महाराज ने कहा, ‘कई लोगों की कोशिश है कि भारत में शांति भंग हो जाए, लेकिन आज पूरा विश्व एक उभरते हुए भारत को देख रहा है. हमारे प्रधानमंत्री सशक्त हैं और उनके नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है.’

उन्होंने एक पंक्ति ‘बदतमीजी कर रहे हैं भैरव चमन में, के साथियों आंधी उठाने का जमाना आ गया’, दोहराते हुए कहा, ‘हमारे सैनिक और हमारी सैन्य शक्ति मजबूत है. भारत अडिग है, जिसे तोड़ने की कोशिश बहुत लोग कर रहे हैं. हमारा मुकुट हिमालय है और वही हमारे देश की स्थिरता और मजबूती का प्रतीक है. उपद्रवियों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है.’

‘भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया को सलाम’

भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों के ट्रॉफी ना लेने के फैसले को लेकर उन्होंने कहा, ‘हम आतंक से हाथ नहीं मिलाएंगे. जो देश को चोट पहुंचाए और वह हमें इनाम भी दे तो भी हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे. हमारे खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया को सलाम किया जाना चाहिए. पाकिस्तान ने जैसी हरकत की है, उसकी हम निंदा करते हैं और पूरे विश्व ने भी उसकी निंदा की है.’

आचार्य ने कार्यक्रम को लेकर कहा कि आज जो कार्यक्रम चल रहा है, वह श्रद्धा पर्व है. जब श्राद्ध समाप्त हो तो हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने माता-पिता को तीर्थ यात्रा पर ले जाएं, उनकी तस्वीरें संजोकर रखें और उनका सम्मान करें.

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