‘PAK प्लेयर्स कहां से लाते हो ये टेक्टिक्स…’, एशिया कप फाइनल में फहीम अशरफ ने बनाया चोट का बहाना तो पाकिस्तानी जनता ने ही लगा दी लताड़

‘PAK प्लेयर्स कहां से लाते हो ये टेक्टिक्स…’, एशिया कप फाइनल में फहीम अशरफ ने बनाया चोट का बहाना तो पाकिस्तानी जनता ने ही लगा दी लताड़


एशिया कप टूर्नामेंट 2025 खत्म हो चुका है, जिसका चैंपियन भारत बना है, लेकिन टूर्नामेंट की बातें खत्म नहीं हो रही हैं. भारत की जीत पर पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है तो वहीं पाकिस्तान में दुख का माहौल है. ऐसे ही कुछ पाकिस्तानियों ने अपना गम जाहिर किया है और मैच के दौरान पाकिस्तानी क्रिकेटर्स ने जो घटिया टैक्टिक्स का इस्तेमाल किया, उसकी भी निंदा की है.

एक पाकिस्तानी ने कहा कि मैच के आखिर में पाकिस्तानी बॉलर ने जानबूझकर टाइम बर्बाद करने की कोशिश की ताकि भारतीय बैट्समैन का कॉन्फिडेंस कम हो, लेकिन फिर भी वह कामयाब नहीं हो सके और उन्हीं की बॉल पर चौके लगे. यह शख्स पाकिस्तानी गेंदबाज फहीम अशरफ की बात कर रहे हैं, जो 19वां ओवर डालने के लिए आए. दो बार उन्होंने पूरा रनअप लिया, लेकिन दोनों बार पैर में खिंचाव का बहाना बनाकर बॉल नहीं डाली.

एक पाकिस्तानी ने कहा कि मैच के आखिर में पाकिस्तानी बॉलर ने जानबूझकर टाइम बर्बाद करने की कोशिश की ताकि भारतीय बैट्समैन का कॉन्फिडेंस कम हो, लेकिन फिर भी वह कामयाब नहीं हो सके और उन्हीं की बॉल पर चौके लगे. यह शख्स पाकिस्तानी गेंदबाज फहीम अशरफ की बात कर रहे हैं, जो 19वां ओवर डालने के लिए आए. दो बार उन्होंने पूरा रनअप लिया, लेकिन दोनों बार पैर में खिंचाव का बहाना बनाकर बॉल नहीं डाली.

फहीम ग्राउंड में लेट गए, फिर उनके फिजियोथेरपिस्ट आए और इस तरह फहीम ने 8 मिनट बर्बाद कर दिए. उस वक्त शिवम दुबे और तिलम वर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे. फिर फहीम अशरफ ने ही ओवर डाला, जिसमें चौके भी लगे, लेकिन आखिरी बॉल पर शिवम दुबे आउट हो गए. फहीम अशरफ की ये टेक्टिक सिर्फ भारतीयों को ही नहीं पाकिस्तानियों को भी अच्छी नहीं लगी.

फहीम ग्राउंड में लेट गए, फिर उनके फिजियोथेरपिस्ट आए और इस तरह फहीम ने 8 मिनट बर्बाद कर दिए. उस वक्त शिवम दुबे और तिलम वर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे. फिर फहीम अशरफ ने ही ओवर डाला, जिसमें चौके भी लगे, लेकिन आखिरी बॉल पर शिवम दुबे आउट हो गए. फहीम अशरफ की ये टेक्टिक सिर्फ भारतीयों को ही नहीं पाकिस्तानियों को भी अच्छी नहीं लगी.

एक पाकिस्तानी यूट्यूबर ने जनता से सवाल किया कि पाक क्रिकेट टीम क्यों प्रेशर में आ जाती है, वैसे हम कहते हैं कि हम डरते नहीं हैं, हमारा बहुत जज्बा है? इस पर एक पाकिस्तानी ने कहा, 'हमारे यहां सिस्टेमेटिक प्रॉब्लम है, हमारा सिंगल पॉइंट फेलियर है. अगर एक प्लेयर की परफोर्मेंस खराब हुई तो  बाकी सारे प्लेयर्स भी खराब खेलना शुरू कर देते हैं. कोई सिस्टम नहीं बनाया हुआ है.'

एक पाकिस्तानी यूट्यूबर ने जनता से सवाल किया कि पाक क्रिकेट टीम क्यों प्रेशर में आ जाती है, वैसे हम कहते हैं कि हम डरते नहीं हैं, हमारा बहुत जज्बा है? इस पर एक पाकिस्तानी ने कहा, ‘हमारे यहां सिस्टेमेटिक प्रॉब्लम है, हमारा सिंगल पॉइंट फेलियर है. अगर एक प्लेयर की परफोर्मेंस खराब हुई तो बाकी सारे प्लेयर्स भी खराब खेलना शुरू कर देते हैं. कोई सिस्टम नहीं बनाया हुआ है.’

उन्होंने कहा, 'इंडिया का कॉन्फिडेंस सिस्टम से आता है. उन्हें फर्क नहीं पड़ता, जिस तरह आखिर में आपने देखा होगा कि पाकिस्तानी बॉलर्स ने थोड़ा टाइम खराब करने की कोशिश की ताकि वह इंडियन क्रिकेटर्स का कॉन्फिडेंस खराब कर दें, लेकिन इंडियंस को फर्क नहीं पड़ता है, उनके पास कॉन्फिडेंस है. पाकिस्तानी ये माइंड गेम्स खेलते हैं. सेकेंडरी टेक्टिक्स पर ये दिमाग लगाते हैं, ऐसी चीजों को अपने गेम का बेस बनाते हैं, लेकिन सिस्टेमेटिक चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं.'

उन्होंने कहा, ‘इंडिया का कॉन्फिडेंस सिस्टम से आता है. उन्हें फर्क नहीं पड़ता, जिस तरह आखिर में आपने देखा होगा कि पाकिस्तानी बॉलर्स ने थोड़ा टाइम खराब करने की कोशिश की ताकि वह इंडियन क्रिकेटर्स का कॉन्फिडेंस खराब कर दें, लेकिन इंडियंस को फर्क नहीं पड़ता है, उनके पास कॉन्फिडेंस है. पाकिस्तानी ये माइंड गेम्स खेलते हैं. सेकेंडरी टेक्टिक्स पर ये दिमाग लगाते हैं, ऐसी चीजों को अपने गेम का बेस बनाते हैं, लेकिन सिस्टेमेटिक चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं.’

दूसरे पाकिस्तानी ने कहा कि आज पाकिस्तान की टीम ने अच्छी कोशिश की, फील्डिंग भी बेहतर हुई, लेकिन हारना तो पाकिस्तान के नसीब में ही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी टीम को यूनाइट होना पड़ेगा. भारत की लीडरशिप और हमारी लीडरशिप में फर्क है. मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान की लीडरशिप कभी इस गेम को लेकर सीरियस हुई है. जब तक हमारी सरकार सीरियस नहीं होगी, तब तक ये टीम कभी ग्रो नहीं करेगी.

दूसरे पाकिस्तानी ने कहा कि आज पाकिस्तान की टीम ने अच्छी कोशिश की, फील्डिंग भी बेहतर हुई, लेकिन हारना तो पाकिस्तान के नसीब में ही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी टीम को यूनाइट होना पड़ेगा. भारत की लीडरशिप और हमारी लीडरशिप में फर्क है. मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान की लीडरशिप कभी इस गेम को लेकर सीरियस हुई है. जब तक हमारी सरकार सीरियस नहीं होगी, तब तक ये टीम कभी ग्रो नहीं करेगी.

उन्होंने कहा कि कोई मैच जीतना या हारना किसी एक प्लेयर की वजह से नहीं होता है, ये टीम वर्क होता है. हमारे यहां टीम में आपस में कम्यूनिकेशन की कमी है और वो बहुत बार देखा गया है. उन्होंने कहा कि फील्डिंग में या जब कोई कैच की बात आती है तो प्लेयर जब एक दूसरे को इंस्ट्रक्शन दे रहे होते हैं, तो उसमें गैप हमेशा नजर आता है. ये चीजें अगर टीम ठीक कर लें तो सब ठीक हो जाएगा इसलिए टीम की रीयूनियन जरूरी है.

उन्होंने कहा कि कोई मैच जीतना या हारना किसी एक प्लेयर की वजह से नहीं होता है, ये टीम वर्क होता है. हमारे यहां टीम में आपस में कम्यूनिकेशन की कमी है और वो बहुत बार देखा गया है. उन्होंने कहा कि फील्डिंग में या जब कोई कैच की बात आती है तो प्लेयर जब एक दूसरे को इंस्ट्रक्शन दे रहे होते हैं, तो उसमें गैप हमेशा नजर आता है. ये चीजें अगर टीम ठीक कर लें तो सब ठीक हो जाएगा इसलिए टीम की रीयूनियन जरूरी है.

Published at : 30 Sep 2025 10:44 AM (IST)



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