Trump ने रूस की प्रमुख तेल Companies Rosneft और Lukoil पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिससे वैश्विक ऊर्जा बाज़ार में हड़कंप मच गया है। इन Ban का सीधा असर भारत पर भी पड़ेगा, क्योंकि भारत अपनी लगभग 30–40% कच्चे तेल की ज़रूरत रूस से पूरी करता है। भारत की प्रमुख Refiner Companies Reliance Industries (RIL), जो Rosneft से 25 साल के करार के तहत रोज़ाना 5 लाख Barrel तेल खरीदती है, अब नए Supplier खोजने की तैयारी में है। वहीं Nayara Energy, जो रूस पर अधिक निर्भर है, के पास सीमित विकल्प बचे हैं। इससे भारत को Middle East, Latin America और America से महंगा तेल खरीदना पड़ सकता है।ट्रंप की घोषणा के बाद ही Crude Oil की कीमतें 5% तक उछल गईं, जिससे भारत का तेल Bill करीब 1 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ सकता है। नतीजतन Petrol और Diesel की कीमतों में तेजी आने की संभावना है, जिससे महंगाई और उत्पादन लागत दोनों पर दबाव बढ़ेगा।






